शिवपुरी। किसी भी संस्थान की कमियां कोई दूसरा सामने लेकर आए या वे अखबार की सुर्खी बनें उससे बचने के लिए संस्थान के जिम्मेदारों को खुद व्यवस्था परखते रहना चाहिए। बीते रोज एसपी अमन सिंह के नवाचार को लेकर हमने खबर प्रकाशन किया था आज इसी तरह का नवाचार श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय के अधिष्ठाता डॉ डी.परमहंस ने किया है।
दरअसल गुरुवार को उन्होंने चिकित्सालय का न सिर्फ निरीक्षण किया बल्कि मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं सहित स्टाफ के व्यवहार को परखने के लिए अधिष्ठाता पहले पर्चे बनवाने वाली लाइन में लगे, फिर दवाई की लाइन में लगकर स्टाफ का व्यवहार और व्यवस्था परखी। जैसा कि होता है कुछ न कुछ सुधार की गुंजाइश हर काम में रहती है सो अधिष्ठाता ने उसमें सुधार की लिए आवश्यक निर्देश दिए।
वार्डों सहित ओपीडी में औषधि व अन्य सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए
इसके साथ ही चिकित्सकों एवं पैरामैडिकल स्टॉफ की समय पर उपस्थिति और वार्डों सहित ओपीडी में औषधि व अन्य सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता पर विशेष जोर दिया। यह भी कहा कि वे निरंतर चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण करते रहते हैं। जिससे अस्पताल की कार्य स्थितियों को बेहतर बनाया जा सके। निरीक्षण के दौरान मरीजों से सीधे बात कर पर्चे बनने से लेकर मिलने वाले उपचार की जानकारी ली। स्टाफ को मरीजों से दुर्व्यवहार और कार्य में उदासीनता वर्दाश्त न करने की बात कही। साथ हीओपीडी आदि की व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने हेतु निर्देशित किया।
साथ ही सभी चिकित्सकों की हॉस्पिटल में समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु सभी विभागाध्यक्ष को हिदायत दी। अस्पताल की साफ सफाई और वाहनों की पार्किंग ठीक तरह से कराने हेतु सुपरवाइजरों को निर्देशित किया। इस दौरान मेडिकल अधीक्षक डॉक्टर आशुतोष चौऋषि, प्रबंधक डॉक्टर विकास त्यागी, सहा. पीआरओ राहुल अष्ठाना सहित विभागाध्यक्ष व अन्य वरिष्ठ चिकित्सक निरीक्षण पर उपस्थित रहे।
निरीक्षण के पूर्व किया पेट के हर्निया का ऑपरेशन
निरीक्षण के पूर्व अधिष्ठाता ने ओटी में मौजूद हर्निया के पेशेंट को ऑपरेट किया उसके कुछ समय पश्चात चिकित्सालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ सर्जन डॉक्टर नीति अग्रवाल, एनेस्थीसिया विभागाध्यक्ष डॉक्टर शिल्पा अग्रवाल के साथ ओटी स्टाफ मौजूद रहा।

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