शिवपुरी। जिले के युवा शायर सुभाष पाठक 'ज़िया' को मप्र उर्दू अकादमी के द्वारा उर्दू ज़िला समन्वयक (ज़िला शिवपुरी) बनाये जाने पर शिवपुरी शहर की साहित्यिक संस्था बज़्मे उर्दू द्वारा सुभाष पाठक 'ज़िया' को सम्मानित कर उनका अभिनंदन किया। युसूफ जमाल क़ुरैशी की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में साहित्य परिषद के जिला अध्यक्ष प्रदीप अवस्थी विशिष्ट अतिथि और सुभाष पाठक 'ज़िया' मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में सत्तार शिवपुरी ने बड़े ही हर्ष के सुभाष पाठक 'ज़िया' को जिला समन्वयक बनाये जाने की सूचना सबको दी और ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए मप्र उर्दू अकादमी का शुक्रिया अदा किया। तत्पश्चात उपस्थित सभी साहित्यकार,अदीब और शायरों ने सुभाष पाठक को फूल माला पहना कर उनका सम्मान किया और शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर डॉ. महेन्द्र अग्रवाल ने सुभाष को बधाई देते हुए कहा कि सुभाष ने न सिर्फ़ उर्दू शायरी में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है बल्कि उर्दू ज़बान से भी उनका लगाव बहुत गहरा है। मुझे यक़ीन हैं कि वे शिवपुरी के अदब को ऊंचे मक़ाम तक ले जाने में कामयाब होंगे। विनय प्रकाश जैन 'नीरव' ने अपने उद्बोधन में ज़िया का शेर -
मैं जानता हूँ न निकलेगा रात में सूरज
मैं चाहता हूँ मगर एक रात ऐसी भी
पढ़ते हुए उन्हें बधाई दी और कहा कि सुभाष की लगन और मेहनत सराहनीय है। प्रदीप अवस्थी ने अपनी बात में ज़िया की सक्रियता और संजीदगी का ज़िक्र करते हुए कहा कि सुभाष गंभीर और गहरे साहित्य के पैरोकार हैं। मेरा विश्वास है कि वे उर्दू अदब के साथ साथ हिंदी साहित्य को भी नए आयाम देंगे। याक़ूब साबिर ने कहा कि ज़िया ने पिछले सालों में जो मेहनत की है वो आज हमारे सामने है। ज़िया को जिला समन्वयक के रूप में देखकर अत्यंत ख़ुशी हो रही है। अध्यक्षीय उद्बोधन में यूसुफ़ जमाल कुरैशी ने कहा कि ज़िया साहित्य को समर्पित,लगनशील और मेहनती शायर हैं। उनकी विनम्रता और सद्भाव की भावना उन्हें और ज़िम्मेदार बनाती है। हम मप्र उर्दू अकादमी संस्कृति परिषद का तहे-दिल से शुक्रिया अदा करते हैं कि उन्होंने सुभाष पाठक 'ज़िया' को शिवपुरी ज़िला समन्वयक के रूप में नियुक्त किया है। इस अवसर पर बज़्मे उर्दू के अध्यक्ष इशरत ग्वालियरी, वरिष्ठ कवि भगवान सिंह, राधेश्याम सोनी, राकेश सिंह,शिवकुमार राय, संजय शाक्य, रामकृष्ण मौर्य और शिवपुरी शहर के अन्य साहित्यकार उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सत्तार शिवपुरी और आभार प्रदर्शन याक़ूब साबिर ने किया।

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