अब इस बात को सच मान लिया जाए तो पार्षद ओमी जैन और पार्षद पति पूर्व उपाध्यक्ष भानु दुबे ने महाराज से क्या बातचीत की ? दरअसल इसी बात को लेकर नपा के गलियारों में चर्चा चल निकली है कि जरूर कुछ बड़ा होने वाला है। हालांकि ओमी जैन से हमने बात की तो वे चुप्पी साधे रहे।
महाराज के वचन से बंधे कई पार्षद लेकिन हो रही फजीहत, बोले इस बार चुनाव लड़े तो जमानत जब्त होगी, हमने कोई काम नहीं करवा पाए वार्डों में
आपको बता दें कि चुनाव जीतने के बाद जब द ग्रेट सिंधिया ने पार्षदों और नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा की बैठक ली थी तो आपसी खींचतान का रोना रोया गया था। पार्षदों की मानें तो तब द ग्रेट सिंधिया ने साफ कहा था कि सभी समन्वय के साथ मिलकर काम करें वर्ना....." खैर पूरी बात लिखना ठीक नहीं लेकिन तभी से नपाध्यक्ष के विरुद्ध मोर्चा खोले पार्षद खामोश हो गए लेकिन उनके वार्डों में दहला भर काम नहीं हुआ है। उन पार्षदों का कहना है कि हम महाराज के वचन से बंधे हुए है इसलिए शांत हैं लेकिन वार्ड में काम नहीं हुए हैं और अगले चुनाव में हम लोगों की जमानत बचना मुश्किल हो सकती है, कोई महाराज तक हमारा दर्द पहुंचाए। तो दोस्तों आप समझ गए होंगे कि धीरे धीरे पक रहा फोड़ा अब फूटने की कगार पर है।
महाराज, जैसे सीवर लाइन डालने में निपटाई थी सड़क अब पेयजल के लिए खोद कर निपटा डालीं
महाराज को लेकर जनता का कहना है कि पूरा शहर इन दिनों तौबा कर रहा है। जिस तरह सीवर की लाइन के लिए शहर की प्रमुख सड़कों खोदकर निपटा दी थी अब पानी की चार इंच की लाइन बिछाने के लिए देर रात सड़कों को खोद डाला गया है। आर्य समाज रोड से लेकर जामा मस्जिद होते हुए अग्रसेन पार्क के सामने वाली सड़क, गेहूं बाजार होते हुए नागरिक बैंक और अब टेकरी पर पहले से खराब सड़क को और बर्बाद किया जा रहा है, कोई देखने सुनने वाला नहीं है। जिस ठेकेदार को काम दिया गया है वह अंधेरे में हीरेचि लेकर सड़क खुदवा रहा है और लोगों के पुराने नल के कनेक्शन भरी गर्मी में तोड़कर छोड़े जा रहे हैं।
धमाका ने दर्द बताया कलेक्टर रवीन्द्र जी को तब ली कुछ सुध फिर भी नहीं बंद की सड़क
नगर की प्रमुख सड़कों को खोदकर डामर या सीमेंट की रिपेयरिंग होनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा बल्कि मिट्टी और बड़े बड़े पथरों के टीले लोगों को और वाहन चालकों को परेशान कर रहे हैं जब इस बारे में जिला कलेक्टर रवीन्द्र कुमार को धमाका ने जानकारी दी तब मिट्टी का समतलीकरण किया गया हालांकि खोदी सड़क पर डामर या सीमेंट की पट्टी नहीं भरी गई है। जिससे सड़क पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी।
जिस लाइन से सप्लाई उसी से कनेक्शन
नगर के कई इलाकों में लोग पानी के लिए इसलिए परेशान है कि जिस लाइन से पानी सप्लाई होती है उसी में कनेक्शन है जिससे किसी कॉलोनी की लंबी गली में पानी अंतिम छोर तक नहीं पहुंचता। अब नगर में जो लाइन बिछाई जा रही वह मात्र चार इंच की है और उसी से कनेक्शन दिए तो सप्लाई नहीं हो पाएगी।
पूर्व मंत्री श्रीमंत यशोधरा राजे सिंधिया ने मुश्किल से दिलवाई थी सड़कें, pil भी लगी
नगर में सीवर लाइन के लिए जब सड़कें खोदी और बर्बाद हुई और लोग दमा के मरीज बने तक पूर्व मंत्री श्रीमंत यशोधरा राजे सिंधिया ने मुश्किल से सड़कों का निर्माण करवाया था। उसके साथ ही एडवोकेट विजय तिवारी को पीआईएल भी कोर्ट में लगानी पड़ी थी और वकीलों की एक टीम हाइ कोर्ट से शहर में आकर सड़कों के निर्माण का परीक्षण करती थी। लेकिन अफसोस उनकी हो कृपा से बल्लेबाजी करने वाले नपा के नेताओं ने अब शहर को नर्क बनाने की ठान ली है!

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