ग्वालियर। महानगर के राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय से संगीत में पी.एच.डी की उपाधि प्राप्त किए जाने पर शिवपुरी निवासी बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न श्रीमती आकांक्षा एम. गौड़ को पी.एच.डी की उपाधि प्रदान की गई। म०प्र० के राज्यपाल के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुए इस कार्यक्रम में यह उपाधि प्रदान की गई। विश्वविद्यालय की कुलगुरू श्रीमती स्मिता सहस्त्र बुद्धे, जाने-माने कबीर भजन गायक श्री कालूराम जी बामनिया एवं डीं लिटं उपाधि प्राप्त प्रसिद्ध तबलावादक श्री पं. किरण देशपाण्डे विशेष रूप से उपस्थित थे।
मध्यप्रदेश की सहरिया जनजाति एक परिचय संगीत के संदर्भ में विषय पर शोधकार्य करने पर श्रीमती गौड को विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की गई है। अब वह अपने नाम के आगे डॉक्टर का प्रयोग कर सकेंगी। श्रीमती गौड़ एक जानीमानी गायिका हैं जिनके गीत, गजल, भजन, कजरी आदि फेसबुक, यूट्यूब आदि चैनलों पर चलते रहते हैं। विगत् लोकसभा एवं विधानसभा निर्वाचन में भी इन्होंने मतदाता जागरुकता हेतु गीत गाये थे तथा मतदाताओं से मतदान करने हेतु गीत-संगीत के माध्यम से जिला प्रशासन की ओर से अपील की गई थी।
श्रीमती गौड द्वारा मध्यप्रदेश की अति पिछड़ी जनजाति सहरिया पर शोधकार्य किया गया था। यह जनजाति बढ़ते शहरीकरण एवं आधुनिकीकरण के कारण अपने मूल गीत-संगीत को भूलते जा रहे हैं परंतु इसी बात को ध्यान रखते हुए श्रीमती गौड़ द्वारा सहरिया जनजाति द्वारा विभिन्न अवसरों, तीज-त्योहारों एवं कार्यक्रमों में गाये जाने वाले गीत संगीत को संगीतबद्ध किया एवं उसका नोटेशन किया। इस नोटेशन से विभिन्न रागों से तुलना की गई तथा इस विलुप्त होने वाली सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करने का प्रयास किया है।
श्रीमती आकांक्षा एम. गौड़ को विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान करने पर विभिन्न सामाजिक एवं एनजीओ जैसे मानव वेलफेयर सोसायटी, तथागत फाउण्डेशन, टीम-31, भारत विकास परिषद आदि के पदाधिकारियों एवं सदस्यों द्वारा बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की गई हैं।

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