शिवपुरी। महेंद्र गिरी पर्वत पर भगवान श्री परशुराम जी की शक्ति का आव्हान किया जा रहा है। आयोजकों ने विप्र बंधुओं के नाम एक अपील जारी की है।
सम्माननीय
समस्त विप्र बंधुओं
सादर प्रणाम,
निवेदन है कि वर्तमान भारत मैं व्रांम्हण, गौ, संत, तीनों कलयुग के प्रभाव के दुखद परिणाम भुगत रहे हैं । इस दुर्दशा से हम और आप भली भांति परिचित हैं । हर समाज से तिरस्कृत होते हुये, दुख पीढ़ा सहन कर रहे हैं। व्रांम्हण समाज का गलत दिशा में परिवर्तन कहां से शुरू हुआ, गलतियां किस किस प्रकार से हुई, उससे भी हम सभी लोग अनभिज्ञ नहीं है।
समय-समय पर, तमाम व्रांम्हण संगठन बनाये गये और वनाये जा रहे हैं,और आगे भी व्रांम्हण संगठन वनते रहेंगे।
लेकिन वर्तमान में संगठनों के परिणाम, व्रांम्हणो की जागृति और आध्यात्मिक विकास के हिसाब से संतोष जनक एवं सुखद नहीं है , सिर्फ आयोजन, जुलूस,और राजनीतिक हस्तक्षेप और व्यक्तिगत अहंकार,आपसी खींचतान की भैंट ,सारे संगठन चढ़ रहे हैं,,खैर यह एक वहस का अलग विषय है इसका कोई अंत नही है। कुछ वर्षों पूर्व शिवपुरी सतनवाडा से आगे करई वांरा गांव मैं कुछ वर्ष पहले ही, पहाड़ पर दवा हुआ प्राचीन माता खो धाम स्थान जागृत हुआ जो आज विशाल धाम बन चुका है। माता रानी की विशेष कृपा से साधारण से दिखने वाले महान गृहस्थ संत गुरुदेव को पर माता कुछ वर्ष खोजनें के वाद, एक और सिद्ध स्थान जहां इक्यावन सिद्धों का भृमण रहता है, वो स्थान माता रानी के आदेश पर अभी तीन माह पूर्व ही भक्तों के साथ खोजा गया है, जिसका नाम महेंद्र गिरी पर्वत रखा गया है जो शिवपुरी जिले की कोलारस तहसील में एवी रोड़ पड़ोरा से पूर्व की दिशा तरफ गोरा टीला रोड पर सिंध किनारे स्थित है।
यहां महेंद्र गिरी पर्वत पर भगवान श्री परशुराम जी की शक्ति का आव्हान, माता रानी के आदेश के पालन में किया जा रहा है।
इक्यावन सिद्धों का आव्हान एवं अखंड धूना, ज्योति तीन माह पूर्व से जागृत है। अब माता रानी के आदेशानुसार ब्राम्हणों की जागृति, उत्थान, सम्मान वचाने के लिये एवं स्वधर्म की रक्षा हेतु यहा इक्यावन पंडितों द्वारा, भगवान श्री परशुराम जी के आव्हान के समय हवन आहुति इक्यावन व्रांम्हणो को देना हैं।
भगवान परशुराम जी के आव्हान के लिए इस हवन में ऐसे इक्यावन व्रांम्हणो की आवश्यकता है जो निम्न शर्तें पूरी करते हों।
१-जीवन में कभी मदिरा पान न किया हो
२-एक वार वृंदावन धाम
गया हो
३-गृहस्थ हो जो विषय वासना भोग चुका है
४- पांडित्य कर्म करता हो या न करता हो लेकिन, ईश्वर पर विश्वास के साथ भगवान श्री परशुराम पर गहरी आस्था रखता हो,,जैसे हनुमान जी पर आस्था रहती है,,वैसे ही श्री परशुराम जी भी चिरंजीवी हैं,ये व्रांम्हणो को ध्यान रखना चाहिए,,
५-दक्षिणा का लालची न हो चूंकि यह हवन व्रांम्हणो के स्वधर्म के लिए, श्री परशुराम जी का आव्हान हेतु होना है।
जो भी विप्रवंधु इन नियमों का पालन करता हो वो जल्द ही संपर्क करे।
ध्यान रहे यह भगवान श्री परशुराम जी का आव्हान कार्य,हवन कोई भी व्रांम्हण संगठन के अंतर्गत नहीं,यह स्वतंत्र हैं,,आपके द्वारा किया गया हवन आपको, परिवार को उन्नति प्रदान करेगा।इस कार्य मैं किसी का भी कोई स्वार्थ नहीं।
खास ध्यान देने योग्य वात यह हैं कि व्रांम्हणो़ द्वारा श्री परशुराम जी के आव्हान के इस कार्य मैं,हर जाति समाज का व्यक्ति तन मन से दिन रात सहयोग कर रहा है।
तो विपृ वंधुओ ऐसा शुभ संयोग अवसर वार वार नहीं मिलेगा।
वाकी जानकारी के लिए संपर्क करें, ध्यान रहे आपका सहयोग सिर्फ, तन और मन ह्रदय से चाहिए है, धन से नहीं
इस पुनीत कार्य मैं व्रांम्हणों को सिर्फ हवन मैं वैठना हैं वाकी कार्य अन्य जातियों के भगवान के भक्त दिन रात सेवा कर रहे है,ऐसे भक्त जो व्रांम्हण मैं आस्था रखते है,,तो आओ,,,पहले आओ और पहले पाओ,, भगवान की कृपा पाने का ऐसा अवसर दोवारा नहीं मिलेगा।
वैसे भी समय आ चुका है कि व्रांम्हणो़ को शक्ति प्रदर्शन की जगह भक्ति प्रदर्शन करने की आवश्यकता है।
संपर्क करें 9893358553, 8510895967
आयोजन स्थान श्री परशुराम धाम
महेंद्र गिरी पर्वत, मेन रोड (गोरा टीला के मध्य) खरई खेरी माता मंदिर के पास, सिंध किनारे।
निवेदक -समस्त भक्त गण
माता खो धाम करई वांरा
आदरणीय विप्र वंधुओ इस महान कार्य मैं अपनी स्वीकृति प्रदान करें जिससे आगे, श्री परशुराम आव्हान यज्ञ की तारीख सुनिश्चित की जावे।

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