हाई कोर्ट ने ट्रांसफर कर दिया था केस
पांचों आरोपी अधिवक्ता भी हैं इसलिए उनका दबदबा भी था. इसलिए हाई कोर्र्ट ने इस मामले को इंदौर कोर्ट में ट्रांसफर किया. लेकिन यहां भी पटेल गवाही न दे सकें इसलिए उन्हें पांचों आरोपियों ने परेशान किया. उज्जैन में चली कुछ समय तक सुनवाई के दौरान भी आरोपी वकील जजों के ट्रांसफर की एप्लिकेशन लगाते थे.
सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद हुई सुनवाई
एडवोकेट बजाड़ ने बताया कि धर्मेंद्र शर्मा के खिलाफ चल रहे आपसी विवाद के केस में घनश्याम पटेल फरियादी थे. उस केस में पटेल की गवाही चल रही थी. धर्मेंद्र शर्मा की सनद निरस्त कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट भी जाना पड़ा सुप्रीम कोर्ट ने छह माह में इस मामले में फैसला लेने का आदेश दिया था. इससे पहले बार काउंसिल ऑफ इंडिया में शिकायत की गई. इसके चलते धर्मेंद्र शर्मा के जेल में रहते सनद निरस्त हुई थी. यह आदेश सुप्रीम कोर्ट के समक्ष भी रखा जाएगा ताकि आरोपी किसी तरह का लाभ नहीं ले सकें.

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