Responsive Ad Slot

Latest

latest

#धमाका_बड़ी_खबर: जनपद पंचायत बदरवास के उपाध्यक्ष सहित 14 सदस्यों ने दिए इस्तीफे, बैजनाथ पुत्र रामवीर ने लगाए जिला पंचायत अध्यक्ष नेहा यादव के पति और MLA महेंद्र यादव के दामाद अमित यादव पर कमीशन खोरी के गंभीर आरोप, यानि दो ध्रुव फिर टकराए, याद आया दादा रामसिंह और बैजनाथ का जमाना, देखिए video

बुधवार, 10 सितंबर 2025

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी। जिले की कोलारस विधानसभा बिहार की तरह है, नीतीश और लालू यादव की टकराहट की तरह कोलारस, बदरवास में भी राजनीति के दो ध्रुव स्वर्गीय दादा रामसिंह यादव और बैजनाथ यादव के बीच राजनीतिक जंग के किस्से आज भी सुने सुनाए जाते हैं लेकिन अब मायने कुछ बदल गए हैं। दादा के असामयिक निधन के बाद उनकी सत्ता बेटे महेंद्र सिंह यादव ने संभाल ली है जो कोलारस से विधायक हैं, साथ ही महेंद्र की बेटी नेहा यादव जिला पंचायत की अध्यक्ष हैं जिनका पूरा सहयोग उनके पति अमित यादव करते हैं। तो उधर अब बैजनाथ सिंह यादव की जगह उनके बेटे रामवीर सिंह यादव ने ले ली है। यानि कि दादा गुट की जंग बैजनाथ सिंह गुट से कभी खुलकर तो कभी पर्दे में होती रही है। आज मंगलवार को जनसुनवाई में शिवपुरी कलेक्ट्रेट पर इन दो ध्रुव के बीच फिर जंग छिड़ गई जब रामवीर सिंह जनपद पंचायत बदरवास के 14 सदस्य और उपाध्यक्ष के साथ आ धमके। पूर्व नियोजित तरीके से उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप मढ़ते हुए सामूहिक इस्तीफे एडीएम दिनेश चंद्र शुक्ला को थमा दिए। बात इतनी भी होती तो ठीक लेकिन जब उन्होंने जनपद में कोई काम न होने, बार बार एक ही विषय पर बैठक बुलाने के साथ कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप जिला पंचायत अध्यक्ष के पति अमित यादव पर लगाए तो सन्नाटा फैल गया। 
(आप खुद सुनिए जनपद सदस्य रामबीर सिंह ने क्या आरोप लगाए।)
दोनों ही बीजेपी में महाराज के कृपा पात्र
दोस्तों भले ही राजनीतिक प्रतिद्वंदिता दोनों गुटों में हो लेकिन दोनों के नेता महाराज हैं दोनों ही बीजेपी में हैं।
आइए जानिए पूरी खबर कैसे दिए इस्तीफे
 जिले की बदरवास जनपद पंचायत में उपाध्यक्ष मोहर सिंह पडेरिया सहित 14 सदस्यों ने सामूहिक रूप से अपने पद से इस्तीफा दे दिया। सभी सदस्यों ने अपना त्यागपत्र कलेक्टर शिवपुरी के नाम एडीएम शुक्ला को सौंपा है।
इस्तीफा देने वाले सदस्यों ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि जनपद में मनमाने तरीके से बैठकें बुलाई जा रही हैं। भ्रष्टाचार बढ़ रहा है और विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। सदस्यों ने बताया कि 2023-24 की स्वीकृत कार्ययोजना पर दोबारा बैठक बुलाई गई। यह पंचायती राज एक्ट की धारा 45 का उल्लंघन है। नियम के अनुसार पास प्रस्ताव को छह माह बाद ही पुनः रखा जा सकता है। इस्तीफा देने वालों में उपाध्यक्ष मोहर सिंह पडेरिया और पूर्व उपाध्यक्ष रामवीर सिंह यादव प्रमुख हैं। सदस्यों ने जनपद अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार और पक्षपात का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पहले अध्यक्ष उनके साथ थीं। बाद में राजनीतिक खेमे की अदला-बदली से स्थिति बिगड़ी। इससे पंचायत की बैठकों में टकराव बढ़ा और कामकाज ठप हुआ।
सभी 14 सदस्यों ने अपने इस्तीफे में स्पष्ट किया है कि नियमों की अनदेखी, बिना सहमति प्रस्तावों को दोबारा लाना और बहुमत की अनदेखी से काम करना असंभव हो गया है। इस्तीफा देने वालों में विभिन्न वार्डों के प्रतिनिधि शामिल हैं। इनमें कृष्णभान सिंह यादव, मोहरध्वज यादव, संगीता पटेलिया, रंजना शर्मा, जानकी बाई, रामवती आदिवासी, गुड्डी बाई रघुवंशी, प्रेमलता जाटव, समीक्षा यादव, नीतू यादव, रीना जाटव, हीरालाल आदिवासी, नीतू यादव, रीना जाटव, हीरालाल आदिवासी और गुड्डी बाई लोधी प्रमुख हैं।













कोई टिप्पणी नहीं

एक टिप्पणी भेजें

© all rights reserved by Vipin Shukla @ 2020
made with by rohit Bansal 9993475129