(देखिए वायरल video)
सर्वविदित है कि एमपी हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच परिसर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाने का विवाद थमा नहीं है बल्कि तूल पकड़ गया है, जिसे लेकर कलेक्टर ने ग्वालियर में किसी भी तरह के कार्यक्रम, आयोजन, प्रदर्शन, रैली और भीड़ एकत्र करने पर रोक लगा रखी है। इसी विवाद के एक पक्ष एडवोकेट अनिल मिश्रा के घर पर पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लगाई है। इसी बीच आज मंगलवार को अनिल मिश्रा के समर्थक उन्हीं घर के पास स्थित सिद्धेश्वर मंदिर पर सुंदरकांड पाठ करना चाहते थे। जहां पुलिस तैनात है। जब समर्थक मंदिर पहुंचे तो देखा मंदिर बंद है जिसे देखकर एडवोकेट मिश्रा समर्थक भड़क गए। सड़क पर ही सुंदर कांड के लिए टेंट बुला लिया लेकिन टेंट वाले को सीएसपी विश्वविद्यालय हिना खान ने वहां से भगा दिया। इसके बाद हिना पर सनातनी विरोधी होने का आरोप लगाते हुए भीड़ ने 'जय श्रीराम' के जयकारे लगाने शुरू कर दिए। खुद को सनातनी विरोधी कहते देख हिना खान ने भी जोर-जोर से जय श्रीराम के जयकारे लगाए। इस दौरान उन्होंने कहा यह मैं भी कर सकती हूं।
मौके पर काफी देर तक हंगामा चलता रहा। इधर, मंदिर प्रबंधन का कहना है कि कलेक्टर-एसपी ने किसी भी तरह के आयोजन की मनाही की थी। मंदिर में पहले से एक सुंदरकांड चल रहा था तो दूसरा कैसे हो सकता था। दरअसल हाईकोर्ट अधिवक्ता अनिल मिश्रा का घर पटेल नगर में सिद्धेश्वर मंदिर के पास है। 15 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को देख लेने की धमकी के बाद पुलिस ने एडवोकेट मिश्रा के घर के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लगा दी है। जिम्मेदारी सीएसपी हिना खान संभाल रही हैं।
एक दिन पहले बुलाई थी बैठक
तनाव को कम करने के लिए कलेक्टर-एसएसपी ने एक दिन पहले ही सभी सामाजिक संगठनों और मंदिर प्रबंधन के साथ बैठक की थी। उन्होंने कहा गया था कि वह अपने यहां तीन दिन तक किसी भी तरह का ऐसा आयोजन न होने दें, जिसमें भीड़ जुटने की संभावना हो। इसमें सिद्धेश्वर मंदिर प्रबंधन भी शामिल था। मंगलवार सुबह अधिवक्ता मिश्रा के समर्थक मंदिर पर सुंदरकांड करने पहुंचे। यहां मंदिर बंद मिला और पुलिस खड़ी मिली। इसको लेकर वह एडवोकेट अनिल मिश्रा को बुला लाए। इस दौरान निल मिश्रा और सीएसपी हिना खान के बीच बहस हुई।
पुलिस को सनातन विरोधी कहा तो जय श्रीराम के जयकारे लगाए
बहस के बीच एडवोकेट मिश्रा के समर्थकों ने सड़क पर सुंदरकांड करने के लिए टेंट वाले को बुला लिया। जिस पर सीएसपी ने धारा 163 के तहत आदेश लागू होने का हवाला दिया। एसडीएम के आदेश पर टेंट वापस करा दिया।
मंदिर में हर मंगलवार को सुंदरकांड होता है सिटी सेंटर में जिस सिद्धेश्वर मंदिर पर यह विवाद हुआ, वहां हर मंगलवार को सुंदरकांड होता है। जब एडवोकेट मिश्रा के समर्थक पहुंचे तो वहां पहले से सुंदरकांड चल रहा था, लेकिन बाहर से मंदिर बंद था। पुजारी का कहना था कि एसपी साहब ने कहा था कि हमारी अनुमति के बिना कोई कार्यक्रम नहीं करवाना। हमने उनके आदेश का पालन किया है।
ये बोली अधिकारी
अब समझिए 15 अक्टूबर को क्या
दरअसल, हाईकोर्ट के वकील अनिल मिश्रा द्वारा डॉ. अंबेडकर पर की गई टिप्पणी के खिलाफ दलित संगठनों ने 15 अक्टूबर को ग्वालियर में कड़ा विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। वहीं, सवर्ण समाज के संगठनों ने भी 15 अक्टूबर को ग्वालियर पहुंचकर शक्ति प्रदर्शन करने की बात कही है।
ये विवाद 17 मई 2025 को शुरू हुआ था,
500 से ज्यादा पोस्ट सोशल मीडिया से डिलीट कराईं
ये पूरा मामला सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल होने से गंभीर बना है। इसके मद्देनजर पुलिस 2 दिन में 500 से ज्यादा पोस्ट डिलीट करा चुकी है। जांच की जा रही है कि जिन आईडी से पोस्ट की जा रही हैं, वे सही है या फर्जी हैं? इनके फर्जी निकलने पर अकाउंट होल्डर पर एफआईआर कराई जाएगी। पुलिस की एक टीम सोशल मीडिया की हर एक्टिविटी पर नजर रखे है।
हथियार लेकर चलने पर रोक, रैली-सभा बैन
अंचल में भी पुलिस अलर्ट
ग्वालियर, भिंड, दतिया, मुरैना और शिवपुरी में पुलिस ने होटल, धर्मशालाओं, आश्रय भवनों पर डेरा जमा लिया है। संबंधित थाने का स्टाफ यहां रुकने और संदिग्ध नजर आने वालों से पूछताछ कर रहा है।
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