शिवपुरी। सरकारी खर्च पर व्यक्ति के इलाज के लिए मील के पत्थर साबित हो रहे आयुष्मान कार्ड की जरूरत हर किसी को है। अगर आपके पास यह कार्ड मोजूद नहीं हैं तो जल्द ही इसे बनवा लीजिए। कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह इस कार्य के प्रति बेहद गंभीर हैं और उन्होंने नगर के सभी 39 वार्डों में रोस्टर के हिसाब से अलग अलग दिन कैंप आयोजित करते हुए आयुष्मान बनाने का टास्क अधिकारियों को दिया हैं। शिल्पी मिश्रा की निगरानी में यह कैंप आयोजित हो रहे हैं। इनका आगाज 21 जुलाई से कर दिया गया। हालाकि पहले दिन लिंक फेलुअर के चलते यह शिविर आयोजित नहीं किए जा सके। अब अगली तारीख तय कर के आज वाले शिविर को फिर से लगाया जाएगा। लेकिन 22 जुलाई से शिविर लगातार जारी रहेंगे। इसलिए आप आयुष्मान कार्ड जरूर बनवा लीजिए। देखिए इस लिस्ट को और आपके वार्ड की कंट्रोल पर कब यह कार्ड बनाने टीम आयेगी उस दिन तैयार रहिए।
यह भी जानिए
इसे आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जय) के नाम से भी जाना जाता है। इस योजना का उद्देश्य देश के उन 10 करोड़ परिवारों को स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करना है, जो गरीब हैं या फिर आय कम है। इस स्वास्थ्य बीमा योजना के माध्यम से प्रति परिवार 5 लाख रुपये का कवर प्रदान किया जाता है। आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए पात्र नागरिकों को अपना आधार कार्ड, राशन कार्ड एवं परिवार पहचान पत्र की प्रति जमा करनी होगी। यह कार्ड बनवाने के लिए आपको किसी भी प्रकार की फीस का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है। इस संबंध में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए नागरिक 14555 पर संपर्क कर सकते हैं।
आयुष्मान योजना के लिए पात्रता
आवेदक का भारत का नागरिक होना आवश्यक है।
बीपीएल कार्ड धारक होना चाहिए।
परिवार के किसी सदस्य के नाम पर पक्का मकान नहीं होना चाहिए।
सरकार द्वारा चलायी गयी किसी भी आवासीय योजना के तहत लाभ न लिया हो।
आवेदक का नाम सामाजिक आर्थिक जनगणना आकड़ो में सम्मिलित हो।
विशेषताएं
यह योजना पूरी तरह से केंद्र सरकार से समर्थित है और इसका पूरा पैसा केंद्र देता है। यह दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है।
इसके योजना के अंतर्गत देश के प्राइवेट और निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलती है जो आयुष्मान भारत योजना से सूचीबद्ध हैं।
इस योजना में हर परिवार को हर साल 5 लाख रुपये तक के इलाज की मुफ्त सुविधा मिलती है।
एक साल में 10.74 करोड़ से अधिक गरीब और वंचित परिवार या लगभग 50 करोड़ लाभार्थी इस योजना से लाभ पा सकते हैं।
इस योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने से 3 दिन पहले और 15 दिन बाद तक का उपचार, स्वास्थ्य इलाज और दवाइयां मुफ्त उपलब्ध होती हैं।
परिवार भले ही कितना भी बड़ा या छोटा क्यों न हो, इस योजना का लाभ समान रूप से दिया जाता है।
इस योजना के तहत पहले से मौजूद अलग-अलग चिकित्सीय परिस्थितियों और गंभीर बीमारियों को पहले दिन से ही शामिल किया जाता है।

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