जानकारी के अनुसार कोटा से NEET की तैयारी कर रही शिवपुरी की छात्रा का अपहरण कर लिया गया। बदमाशों ने उसके पिता के वाट्सएप नंबर पर इसकी जानकारी दी। साथ ही, लड़की की फोटो भी भेजी। उसमें लड़की के हाथ-पैर और मुंह बंधे हुए हैं। छात्रा को छोड़ने के एवज में 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई है।
छात्रा के पिता रघुवीर धाकड़ शिवपुरी के बैराड़ थाना क्षेत्र में रहते हैं। कोटा पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी हुई है। पुलिस मंगलवार सुबह रघुवीर को कोचिंग इंस्टीट्यूट लेकर गई है। इंस्टीट्यूट ने छात्रा का रजिस्ट्रेशन होने से इनकार किया है। अब पुलिस पिता और इंस्टीट्यूट वालों से आमने-सामने बात करेगी।
फोटो में छात्रा के चेहरे पर खून
अगवा की गई छात्रा काव्या धाकड़ (20) पुत्री रघुवीर निवासी लॉर्ड लखेश्वर स्कूल बैराड़, सितंबर 2023 से कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रही है। सोमवार दोपहर 3 बजे रघुवीर के मोबाइल पर एक वाट्सएप मैसेज आया। इसमें छात्रा के हाथ-पैर और मुंह बंधे थे। कुछ फोटो में छात्रा के चेहरे पर खून भी दिख रहा है। फोटो भेजने वाले ने मैसेज में लिखा कि रघुवीर की बेटी को किडनैप कर लिया गया है। उसे जिंदा छोड़ने की एवज में 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई।
अकाउंट की डिटेल भी वाट्सएप पर आई
मैसेज भेजने वाले ने बैंक खाते की डिटेल भी भेजी। इसमें अकाउंट नंबर 1859010019355 और IFSE code BARBOTRANSP भी है। उसने सोमवार शाम तक रुपए जमा करने को कहा है। पिता ने इतने रुपए नहीं होने और बंदोबस्त करने का समय देने की बात कही तो मैसेज भेजने वाले ने छात्रा को जान से मारने की धमकी दी।इंदौर में मिल रही थी धमकी, तब कोटा किया था शिफ्ट
छात्रा के पिता रघुवीर धाकड़ ने बताया कि कोटा पुलिस ने रात 3 बजे मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस बेटी की तलाश में जुटी हुई है। उन्होंने बताया दो साल पहले बेटी इंदौर में रहकर नीट की तैयारी कर रही थी। जहां पोहरी अनुविभाग क्षेत्र के जरियाखेड़ा गांव के रहने वाले रिंकू धाकड़ ने बेटी को परेशान किया था।
इसकी शिकायत इंदौर पुलिस में दर्ज कराई थी। इसके बाद बेटी के नंबर पर अनुराग सोनी और हर्षित नाम के लड़कों से उसे धमकी मिलने लगी थी। तब मैंने बेटी को इंदौर से वापस शिवपुरी बुला लिया था। बेटी 6 महीने तक शिवपुरी में रही। इसके बाद उसे नीट की तैयारी के लिए कोटा भेज दिया था।
रविवार रात को मां-बेटी की बात हुई थी
रघुवीर ने पुलिस को बताया कि बेटी को सितंबर 2023 में कोटा छोड़कर गए थे। विज्ञान नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग संस्थान में उसका एडमिशन करवाया था। इसी इलाके में उसे रूम भी दिलवाया था। आखिरी बार बेटी दीपावली पर घर आई थी। उससे रोज फोन पर बात होती थी। रविवार रात को भी बेटी की उसकी मां से बात हुई थी। तब उसने एग्जाम देकर आने की बात कही थी।
कोचिंग संस्थान ने कहा- नहीं था रजिस्ट्रेशन
पीडब्ल्यू कोचिंग के कोटा हेड दिनेश जैन ने बताया की काव्या धाकड़ नाम से कोचिंग में कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है। उधर, लड़की के पिता रघुवीर ने कहा कि काव्या का एडमिशन उन्होंने इसी कोचिंग में कराया था। अब कोचिंग संस्थान मना कर रहा है। काव्या टेस्ट देने गई थी। टेस्ट के लिए कोचिंग से मैसेज आया था। इसको लेकर कोचिंग प्रबंधन ने कहा कि कोचिंग से मैसेज नहीं भेजा गया है। कोचिंग संस्थान प्राइवेट नंबरों से मैसेज नहीं भेजता है। ऐसे में पूरी घटना को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। दूसरी ओर, हॉस्टल संचालक पारस कुमार ने भी काव्या के अपने यहां रुकने की बात से इनकार किया है। उन्होंने साफ कहा कि काव्या नाम की लड़की कभी हॉस्टल आई ही नहीं है।
कोटा पुलिस ने एक युवक को राउंड अप किया
इस मामले में कोटा पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। कोटा शहर एसपी अमृता दुहान ने बताया कि पुलिस टीमों का गठन किया गया है। मामले की जांच की जा रही हैं। सोमवार देर रात घरवाले कोटा पहुंचे हैं। सूत्रों के अनुसार जयपुर के सिंधी कैंप से एक युवक को राउंड अप भी किया गया है। उससे पुलिस जानकारी जुटा रही है। इधर, शिवपुरी एसपी अमन सिंह राठौड़ ने मीडिया से उक्त मामले में जांच की बात कही।

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