प्रभुजन रुपाली आदिवासी समाज से थी। परिवार में सिर्फ एक बेटा और पति व अन्य लोग थे, लेकिन आर्थिक रूप से सक्षम नहीं थे। इस कारण उनको वापस ले जाने व अपने परिवार से मिलवाने के लिए गांव के मुखिया नानू मुर्मू, विधायक अभिजीत सिन्हा ने खुद के खर्चे पर परिजनों की हवाई जहाज की टिकट कराई। दिल्ली से भरतपुर तक के लिए वाहन को बुक किया। (साभार)

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