श्योपुर/शिवपुरी। देश भर में मशहूर श्योपुर जिले के कूनो अभ्यारण्य kuno abhyaran के अफ्रीकन चीते african cheetah और शिवपुरी जिले के माधव नेशनल पार्क madhav national park के टायगर Tiger को देखने की उम्मीद लाखों देशी विदेशी पर्यटक लगाए हुए हैं। इन्हीं आशा और उम्मीद के बीच कूनो से एक अच्छी और माधव नेशनल पार्क से एक बुरी खबर सामने आई है। जिसमें अच्छी खबर kuno से है यहां चीतों के दर्शन से पहले 17 से 22 दिसंबर तक 'कूनो फॉरेस्ट फेस्टिबल' का आयोजन किया जा रहा हैं। मप्र पर्यटन बोर्ड ने कूनो के नजदीक सेसईपुरा (रानीपुरा) में टेंट सिटी बसाने का काम शुरू कर दिया है। ये रोमांचकारी अनुभव होगा। तो इधर दूसरी तरफ बुरी खबर शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क से हैं। यहां एक मादा, दो नर यानि तीन टायगर में से दो लापता हो गए हैं। इनकी कॉलर आईडी खराब हो गई हैं जिससे लोकेशन नहीं मिल पा रही। इनकी खोज करने हाथी बुलाए गए हैं। हालाकि ये क्रम जंगल का हिस्सा हैं।
हो सकता है दो खुशखबरी मिले
माधव नेशनल पार्क के लापता टायगर आज नहीं तो कल मिल ही जायेंगे। इधर मादा टायगर प्रेगनेंट होने की खबरों के बीच कोई खुश खबरी भी ट्रेसिंग के साथ मिल सकती हैं।
आइए माधव नेशनल पार्क चलते हैं
माधव नेशनल पार्क में लाए गए तीन टाइगरों में से दो टाइगर की कॉलर आईडी खराब हो गई है। इनमें एक मादा और एक नर टाइगर है। कॉलर आईडी खराब होने से इन दोनों की सटीक लोकेशन पार्क प्रबंधन को नहीं मिल पा रही है। पार्क प्रबंधन ने 8 महीने पहले तीनों टाइगर को गले में कॉलर आईडी पहनाई थी। करीब डेढ़ महीने पहले नर टाइगर और एक मादा टाइगर की कॉलर आईडी ने काम करना बंद कर दिया। पार्क प्रबंधन ने टाइगर की सर्चिग के लिए कूनो से हाथी बुलवाए। इसके साथ ही ड्रोन कैमरे से भी लगातार सर्चिग की जा रही है लेकिन करीब डेढ़ महीने बाद भी दोनों टाइगरों की आईडी नहीं बदली जा सकी है। पार्क प्रबंधन का कहना है कि पार्क में लगाए गए कैमरों में टाइगर कैद हो रहे हैं लेकिन वे लगातार अपनी जगह बदल रहे हैं।
बांधवगढ़ व सतपुड़ा से लाकर मार्च में खुले जंगलों में छोड़े थे 1 नर और 2 मादा टाइगर
माधव नेशनल पार्क में 26 साल बाद मार्च माह में टाइगर को बसाया गया था। 10 मार्च 2023 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बांधवगढ़ से लाई एक मादा टाइगर व सतपुड़ा से लाए गए एक नर टाइगर को बाड़े में छोड़ा था। इसके 3 दिन बाद 13 मार्च की रात पन्ना से लाई गई एक मादा टाइगर को भी बाड़े में छोड़ा गया था। बाद में तीनों टाइगर को खुले जंगल में छोड़ दिया गया था।
375 वर्ग किलोमीटर में फैला है माधव नेशनल पार्क, टाइगर कर रहे विचरण
पार्क प्रबंधन के मुताबिक समय-समय पर टाइगरों के पद चिह्न मिल रहे हैं और पार्क में लगे कैमरों में अलग-अलग जगह पर टाइगर दिख रहे हैं जिससे टाइगर के लगातार भ्रमण का अंदाजा लगाया जा रहा है। हालांकि दोनों टाइगर विचरण कर रहे हैं, ऐसे में स्टाफ के लिए उनको तलाश करना मुश्किल हो रहा है। अब पूरा अमला नेशनल पार्क के 375 वर्ग किलोमीटर में फैले जंगल की की खाक छानने में जुटा हुआ है।
सीसीटीवी कैमरों में कैद हो रहे टाइगर, जगह बदलने के कारण नहीं बदल सकी आईडी
एक नर व मादा टाइगर की कॉलर आईडी खराब हो गई है जिसे बदलने के लिए कूनो से हाथी बुलवाए हैं। हालांकि नर व मादा टाइगर सीसीटीवी कैमरों में कैद हो रहे हैं लेकिन उनके लगातार जगह बदलने के कारण अब तक कॉलर आईडी नहीं बदली जा सकी।
प्रतिभा अहिरवार, डिप्टी डायरेक्टर, माधव नेशनल पार्क, शिवपुरी
तीन एकड़ एरिया में बस रही टेंट सिटी का काम 15 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। यहां पर 17 से 22 दिसंबर तक 'कूनो फॉरेस्ट फेस्टिबल' शुरू होगा। 50 एसी कॉटेज को पूरी तरह होटल नुमा सुविधाओं से लैंस किया जाएगा।
बोर्ड ने लल्लूजी एंड संस को एक साल तक टेंट सिटी की जिम्मेदारी दी है। हालांकि शर्त में तीन महीने तक तो अनिवार्य रूप से टेंट सिटी को लगाना है। यह पहला अवसर है जब कूनो में उक्त फेस्टिबल आयोजित किया जा रहा है। यहां ठहरने वाले पर्यटकों को कूनो सफारी की सुविधा कंपनी देगी। इससे वे जंगल में जाकर चीता सहित अन्य वन्य प्राणियों को देख सकें। लल्लूजी एंड संस कंपनी का गुरुवार को भी मैदान में टेंट सिटी बसाने का काम किया। अभी जमीन पर टेंट सिटी बसाने का बेस तैयार किया जा रहा है। दो-तीन दिन में टेंट भी नजर आने लगेंगे। गुरुवार को बारिश की वजह से काम में व्यवधान हुआ है। फिर भी कंपनी के जिम्मेदारों का कहना है कि 15 दिसंबर तक पूरी तर टेंट सिटी बस जाएगी।
फेस्टिवल में पर्यटकों के मनोरंजन का खास ध्यान
* सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ रोमांचक गतिविधियों का भी आयोजन किया जाएगा।
* हॉट एयर बैलूनिंग, पैरामोटरिंग, हॉर्स राइडिंग, एयर गन शूटिंग और अन्य मनोरंजक गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
* जंगल सफारी के दौरान क्षेत्र के समृद्ध वन्यजीव देखने का मौका भी मिलेगा।
* पारम्परिक कला, एवं सांस्कृतिक आयोजनों और स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहरों को प्रचारित किया जाएगा।
ये सुविधा रहेगी टेंट सिटी में
पर्यटकों के लिए दो बेड रूम की तरह ही टेंट में सुविधा दी जाएगी। यह पूरी तरह एसी टेंट होंगे। सर्दी के मौसम में रूम हीटर का उपयोग जरूरत पड़ने पर होगा। इसके साथ ही एक टेंट के लिए अलग से टॉयलेट भी होगा। टेंट सिटी में एक टेंट को 30 बाई 30 के एरिया में बनाया जाएगा। यहां पर डायनिंग हॉल, रिसेप्शन एरिया और ओपन एरिया भी रखा जाएगा। कूनो फॉरेस्ट फेस्टिवल में (टेंट सिटी) में पर्यटन सर्वसुविधायुक्त एवं ओल-वेदर टैंट्स में लग्जरी ग्लेम्पिंग का अनुभव प्राप्त कर सकेंगे।
6 दिन बाद 50% टेंट कम होंगे फेस्टिबल के लिए 50 टेंट की बुकिंग हो चुकी है। पांच दिन बाद कंपनी पर्यटकों के रुझान को देखते हुए 50 प्रतिशत के करीब टेंट को कम कर देगी। यदि पर्यटकों की बुकिंग ज्यादा मिलती है, तो फिर से टेंट की संख्या को बढ़ाया जा सकता है।
ये बोले अधिकारी
कूनो में फॉरेस्ट फेस्टिवल शुरू किया जा रहा है। 17 दिसंबर से इसकी शुरुआत होगी। उसे ध्यान में रखकर कंपनी ने मौके पर टेंट सिटी बसाने के लिए काम शुरू कर दिया है।

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